PM Kusum Solar Pump Yojana 2024: खेती के लिए 3HP, 5HP और 7.5HP के सोलर पंप को मिली मंजूरी, चेक करें लिस्ट

देशभर में खेती के लिए विभिन्न राज्य में Pradhan Mantri Kusum Yojana के अंतर्गत सोलर पंप स्थापित किये जा रहे हैं। इन सोलर पंप की वजह से किसानों को सिंचाई में काफी मदद मिल रही है। सोलर पंप होने की वजह से यह पंप सोलर एनर्जी की मदद से खेतों में काम कर रहे हैं ,जिसकी वजह से किसान बिजली और डीजल से चलने वाले सोलर पंप से मुक्ति पा रहे हैं।कुल मिलाकर सोलर पंप किसानों के लिए बेहद ही फायदेमंद साबित हो रहे हैं ।

देश भर में किसानों से इस योजना को भारी प्रतिसाद मिल रहा है । किसनो की सुविधा को देखते हुए अब देश के एक और राज्य में खेती के लिए सौर पंप लगाने को मंजूरी मिल गई है। जानकारी के लिए बता दे जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने किसानों को अब उनके खेतों में Pradhan Mantri Kusum Yojana के अंतर्गत सोलर पंप लगाने की योजना बनाई है।  जिसमें फैसला किया गया है कि लगभग 4000 कृषि जल पंप जम्मू कश्मीर में लगाए जाएंगे । जम्मू कश्मीर में बिजली से चलने वाले पंप की वजह से बिजली संकट गहरा रहा है। वहीं बिजली के कट जाने की वजह से कई बार किसान ठीक से सिंचाई भी नहीं कर पाते । इन्हीं सब परेशानियों को देखते हुए अब जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कृषि उद्देश्य के लिए सौर ऊर्जा के सिंचाई पंप (PM Kusum Solar Pump Yojana 2024) लगाने को मंजूरी दे दी है।

PM Kusum Solar Pump Yojana 2024

उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हाल ही में हुई एक बैठक के अंतर्गत यह निर्णय लिया गया कि जम्मू कश्मीर में अब 4000 से अधिक सोलर पंप स्थापित किए जाएंगे जिससे जम्मू कश्मीर में बिजली संकट के गहराने की वजह से सिंचाई में आए दिन होने वाली परेशानी से किसानों को मुक्ति मिल जाएगी । वही साथ ही साथ यह सोलर एनर्जी वाले पंप Solar Panel के द्वारा संचालित होते हैं जिससे किसान अपनी स्वयं की बिजली भी उत्पन्न कर सकते हैं । वहीं अतिरिक्त उत्पन्न हुई बिजली को किसान बिजली विभाग को बेचकर लाभ भी कमा सकते हैं। कुल मिलाकर Solar Pump स्थापित होने की वजह से किसान को डबल फायदा होगा।

PM Kusum Solar Pump Yojana 2024

Jammu Kashmir PM Kusum Solar Pump Yojana 2024

  • जैसा कि हम सब जानते हैं देश भर में अब सिंचाई के लिए किसानों को Pradhan Mantri Kusum Yojana के अंतर्गत सोलर पंप उपलब्ध कराए जा रहे हैं ।
  •  इन सोलर पंप लगाने पर किसानों को सब्सिडी (PM Kusum Solar Pump Yojana Subsidy 2024) भी दी जा रही है ।
  • वही आने वाले समय के लिए कुसुम सोलर योजना के आवेदन चरणों को बढ़ा दिया गया है और अब इस योजना के अंतर्गत 2026 तक आवेदन स्वीकार किये जाएंगे।
  •  इसके साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा इस योजना पर करोड़ों का बजट  भी पास कर दिया गया है जिससे किसानों को बिजली संचालित और डीजल से संचालित पंप से मुक्ति मिल सकेगी और खेतों में इन सोलर पंप की सहायता से वे सिंचाई पूरी कर सकेंगे।

PM Kusum Solar Pump Yojana Subsidy 2024

जानकारी के लिए बता दे kusum Solar Yojana के अंतर्गत किसानों को केवल 10% तक का ही खर्च अपनी जेब से निकालना पड़ता है । जिसमें 30% केंद्र सरकार अनुदान देती है वही 30% तक का अनुदान राज्य सरकार द्वारा मिलता है तथा अन्य 30% का अनुदान बैंक लोन के माध्यम से दे देती है जिसे किसान आसन ब्याज दरों पर चुका सकता है। वही आने वाले बजट में केंद्र सरकार Solar Yojana के अंतर्गत मिलने वाली इस Solar Pump Yojana Subsidy को बढ़ाने वाली है जिससे अधिक से अधिक किसान खेतों में कुसुम योजना के अंतर्गत सोलर पंप स्थापित कर सके और अपनी आय में वृद्धि कर सके।

क्या है प्रधानमंत्री कुसुम योजना के मुख्य उद्देश्य

  • योजना के अंतर्गत किसानों को सौर ऊर्जा पंप लगाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।
  •  ऐसे कई सारे राज्य होते हैं जहां पानी की कमी देखी जाती है या वहां पर बिजली के संकट गहराये रहते हैं ऐसे राज्यों में प्रधानमंत्री कुसुम सोलर पंप की मदद से किसानों को सिंचाई में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
  •  इसके साथ ही किसानों को डीजल से चलने वाले पंप की वजह से भी लागत अधिक लगानी पड़ती है जिसकी वजह से किसानों की आय में वृद्धि न के बराबर होती है इसीलिए सोलर पंप के माध्यम से सिंचाई करने पर किसानों की लागत कम लगेगी और आय में वृद्धि होगी।
  • वही सोलर पंप से होने वाली सिंचाई के अंतर्गत किसान दिन के किसी भी समय बिना किसी झंझट के अपनी सुविधा अनुसार आसानी से सिंचाई का काम खत्म कर सकता है ।
  • इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन के दौरान सोलर पंप की वजह से किसान को सिंचाई में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती ।
  • वही सोलर पंप डीजल से चलने वाले और बिजली से चलने वाले पंप की तरह पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचता जिससे खेतों के लिए यह एक फायदेमंद योजना साबित हो रही है।

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